छत्तीसगढ़ स्पेशलदुर्ग जिला

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय:20 से 25 तक होंगे सभी प्रश्न पत्र अपलोड, 26 से 31 तक जमा होंगे

हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की मंगलवार को दोपहर 3 बजे कार्यपरिषद की आपातकालीन बैठक बुलाई गई। इसमें एक ही मुद्दा पोस्ट ग्रेजुएशन कक्षाएं के पहले, तीसरे, पांचवे सेमेस्टर और एलएलबी की द्वितीय, चतुर्थ व षष्ठम सेमेस्टर की एटीकेटी परीक्षा को ऑनलाइन लेने का रखा गया। ऑनलाइन परीक्षा लेने पर सर्वसम्मति से फैसला किया गया।उच्च शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन परीक्षा का आदेश पहले जारी कर चुका है। साथ ही कार्यपरिषद से इसका अनुमोदन कराने कहा था। बैठक में फैसला किया गया कि 20 से 25 जनवरी तक हर दिन अलग-अलग विषयों और कक्षाओं के प्रश्न पत्र विवि की वेबसाइट पर अपलोड किए जाएंगे। 26 से 31 जनवरी तक विद्यार्थियों से उनकी हस्तलिखित उत्तर पुस्तिकाएं कॉलेजों में ली जाएंगी। विद्यार्थी जिन कॉलेजों में पढ़ रहे हैं, वहीं उत्तर पुस्तिकाएं जमा कर सकेंगे। प्रत्येक कॉलेजों में कम से कम 4 काउंटर बनाए जाएंगे।परीक्षार्थी सुबह 10 से शाम 5 बजे के बीच किसी भी समय उपस्थित होकर उत्तर पुस्तिकाएं जमा कर सकेंगे। जो छात्र सीधे कॉलेजों में आकर कॉपियां जमा नहीं कर पाएंगे।

ई-मेल से भेजी गईं उत्तर पुस्तिकाएं स्वीकार नहीं होंगी, आदेश जारी हुआ
बैठक में स्पष्ट शब्दों कहा गया कि प्रश्न पत्र अपलोड होने के पांचवें दिन से परीक्षार्थी उत्तर पुस्तिकाएं जमा कर सकेंगे। उनसे हार्ड कॉपियां ही स्वीकार की जाएंगी। वह चाहें तो डाक से भी उत्तर पुस्तिकाएं भेज सकते हैं। ईमेल से उत्तर पुस्तिकाएं स्वीकार नहीं की जाएंगी। इसमें तकनीकी दिक्कतें आती हैं। साथ ही मूल्यांकन के लिए भेजते समय भी अलग से उसकी हार्ड कॉपी निकलवानी पड़ती है। इसकी वजह से विद्यार्थियों से सीधे हार्ड कॉपियां मंगाई जा रही है। इस दौरान परीक्षार्थियों और उत्तर पुस्तिकाएं संग्रहण करने वालों को सावधानी बरतने कहा गया है।

उत्तर पुस्तिकाएं संग्रहण के लिए काउंटर की संख्या बढ़ाएं, अभी 4 में व्यवस्था
बैठक में कुलपति डॉ. अरुणा पल्टा ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार सेमेस्टर की ऑनलाइन परीक्षा ली जाएगी। यह अभी होने वाली प्रथम और तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा के लिए ही है। आने वाले दिनों में शासन से आने वाले दिशा-निर्देशों के अनुसार परीक्षाएं ली जाएंगी। इससे पहले विद्या परिषद और स्थायी समिति की आपातकालीन बैठक में इसका अनुमोदन किया गया था। इसके बाद इसे कार्यपरिषद में विचार-विमर्श के लिए रखा गया है। अब उत्तर पुस्तिकाओं का संग्रहण करना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। अत: प्रत्येक कॉलेजों में उत्तर पुस्तिकाएं लेने की समय अवधि और काउंटर दोनों बढ़ाई जाए।

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