बिलासपुर में AAI पुतला दहन: शासन ने 15 लाख रुपए दिए, पर फ्लाइट की नाइट लैंडिंग के सर्वे के बाद भी अफसर नहीं दे सके रिपोर्ट

बिलासपुर एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग सहित अन्य यात्री सुविधा मुहैया कराने को लेकर रविवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) का पुतला दहन किया गया। आंदोलनकारियों ने कहा कि नाइट लैंडिंग के लिए सर्वे टीम ने एक माह पहले निरीक्षण किया था, तब 20 दिसंबर तक रिपोर्ट देने की बात कही थी। लेकिन, अब तक रिपोर्ट नहीं प्रस्तुत की गई है। उन्होंने शहर के जनप्रतिनिधियों के रवैए को लेकर भी सवाल उठाए।
हवाई सुविधा जन संघर्ष समिति की ओर से पूर्व से ही यह चेतावनी दी गई थी कि 6 से 8 के बीच सर्वे होने के बाद तय समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करने पर AAI के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा। लेकिन, इसके बाद भी अब तक रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की जा सकी है। सर्वे रिपोर्ट के बाद एयर रिपोर्ट में नाइट लैंडिंग और 4 सी एयरपोर्ट की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनानी है। AAI की टीम ने 20 दिसंबर तक रिपोर्ट देने का भरोसा दिलाया था। इधर, राज्य शासन ने 15 लाख रु AAI को पहले ही दे दिया है।AAI के उदासीन रवैए के खिलाफ रविवार को आंदोलनकारियों ने पुतला दहन किया। इस दौरान आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। जन संघर्ष समिति के साथ ही संगठनों के पदाधिकारियों ने हवाई सुविधा के मुद्दे पर जनप्रतिनिधियों की सक्रियता पर सवाल उठाए। इस दौरान आम आदमी पार्टी के ईश्वर सिंह चंदेल और प्रिंयका शुक्ला ने बिलासपुर एयरपोर्ट विकास में देरी पर जन प्रतिनिधियों की निष्क्रियता पर तंज कसा और कहा कि आज की आम जनता सड़क पर आंदोलन को मजबूर है।व्यवसायी संघ के प्रकाश बहरानी ने AAI की ओर से रिपोर्ट प्रस्तुत करने के देरी को बिलासपुर एयरपोर्ट के खिलाफ साजिश बताया। सभा को देवेन्द्र सिंह ठाकुर , सुदीप श्रीवास्तव , महेश दुबे, मनोज तिवारी , राकेश शर्मा , रंजीत खनूजा ने भी संबंधित किया वहीं आंदोलन में सलीम काजी , नीलोत्पला शुक्ला , मनोज श्रीवास , केशव गोरख दीपक कश्यप , अनिल गुलहरे , डॉ . प्रदीप राही , सी एल मीना , चित्रकांत श्रीवास , मोहन जायसवाल, रशीद बखश, संजय दिवाकर , संतोष बीपलवा , अखिलेश मिश्रा गोपाल दुबे, आकाश दुबे सहित अन्य उपस्थित रहे। सभा का संचालन समीर अहमद ने किया।
गंभीर मरीजों को नहीं मिल पा रहा इलाज
IMA के सचिव डॉ . अनुज कुमार ने कहा कि हवाई सुविधा सही नहीं होने से बहुत से ऐसे गंभीर मरीजों की चिकित्सा सुविधा के अभाव में मौत हो जाती है। हवाई सुविधा मिलने पर ऐसे गंभीर मरीजों का समय रहते इलाज होगा और उनकी जान बचाई जा सकती है।